कोरोनाकी लाट
कसी आयी से भयानक आब कोरोनाकी लाट।।
पाणी बरसेव,दिवस बी आता रुक्या
रस्ता भया सामसुम अना यंत्र बी रूक्या
कशी आय गयी से आब या पहाट......
आसुबी आयके अटाया अना वार गया
मरन को दरवाजा मा यमराज सेत उभा
स्मशान शांतता पसरीसे विश्व मा घनदाट.......
कयी तऱ्हा का रोग आय के गया
पर सडा देह का नही पड्या अजवरी
पूरी शक्ती लगावसेत डॉक्टर अना देशभक्त विराट........
दुखी अना केवीलवानी भयी जनता विश्वकी
देश बचावनसाठी लगावसे सरकार पुरी शक्ती
घरमा बसके लढो सबजन यन युद्ध की वाट.......
✍ वर्षा पटले रहांगडाले
बिरसी (आमगांव)
गोंदिया
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