Tuesday, November 3, 2020

सिता राम randip bisne 35


जगत के पालनहार् हे सीता राम
जीव जगत का निपटाओ जी काम !!धृ!!

पती पत्नी नाताला बनायात् जी आदर्श 
कर्म धर्मकी सीख् देयस्यार् गयात् धाम !!१!! जगत् के.....

त्याग समर्पण रये परस्परप्रती 
येको पाठ पढायात् लेय् ठान् !!२!!

राजधर्म को पालन साटी हे प्रभू
धाड्यात् सीता माई वनधाम् !!३!!

वनधाम मां पतीपूजा मां व्यग्र
समज एकदुजप्रति पावन प्रणाम !!४!!

लक्ष्मीनारायण स्वयं अवतर्या 
देनला माणुसकी की सीख महान !!५!!

ज्ञानसाधना को परम् तप कर्या
नरजाती मां आयस्यार् हे घनश्याम !!६!!

अहंकार लोभ मत्सर ला त्यागकन्
गण गरीब मां बी देख्यात् भगवान !!७!!

दुष्ट,पापी वृत्ती ला धडा सीखावन्
प्रयोग कर्यात् भेद दंड दाम अन् साम !!८!!

राम सीता चतुराक्षर को बीजमंत्र
सिद्ध कर देयात् हे प्रभो किर्तीवान !!९!!

------------जय सीयाराम------
रचनाकार - रणदीप कंठीलाल बिसने
मु.सिंदीपार

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