Sunday, March 15, 2020

काव्यस्पर्धा क्र. 1 "माय वाग्देवी सरस्वती वंदना"-कवि श्री हिरदीलाल ठाकरे मु, भजियापार ,पो, चिरचाळबांध ता,आमगाँव जिल्हा गोदिया

"माय  सरस्वती "
पहली वदंना मोरो मायबाप ला,
मोरा जन्मदाता जीवनकरतार! !
दुसरी वदंना  सदगुरु गुरुराया ला
सत्य मार्गपर मार्ग पर देईस आधार
तीसरी वदंना माय सरस्वती ला,
ज्ञान को बडो भरेव से जी भडांर !
चौथी वदंना वागंदेवी मातामाय ला,
पोवार समाज की नया लगायदे पार!!
पांचवी वदंना मोरो राजा भोज ला,
चक्रवर्ती कुलश्रेष्ठ क्षत्रिय राजाभोज!
छटवी वदंना से मार्गदर्शक इनला ,
पोवार समाज को इतिहास करसेती खोज
जय जय माता गडकालीका नगरी तुमरी धार,
राजा भोज की वंसावली या जाति आय पोवार!
आम्ही आया शरण मा तुमरो नया लगायदे पार,
पोवार समाज को इतिहास खोज करसेती,
येन समुह का साहित्यिक ना इतिहासकार!
                 कवि
      श्री हिरदीलाल ठाकरे
          मु, भजियापार ,
        पो, चिरचाळबांध
  ता, आमगाँव जिल्हा गोदिया

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