Sunday, March 15, 2020

काव्यस्पर्धा क्र. 1 "माय वाग्देवी सरस्वती वंदना"-अलका चौधरी ,बालाघाट

       माय सरस्वती (माय वाग्देवी)
हे वाग्देवी माई प्यार को संसार हमला दे l
साफ सुथरो  रहे ये मन संस्कार हमला दे ll
राग अन मा रागिनी हर साज मा सेव तुम्ही,
सेव गीत मा संगीत मा आवाज मा सेव तुम्ही l
वीणा की माय तार की झनकार हमला दे l
हे वाग्देवी माई प्यार को संसार हमला दे l
साफ सुथरो  रहे ये मन संस्कार हमला दे ll
अज्ञान लक  हम सबला माय दूर राखजो,
नेकी ही कलम हमरी लिखे रक्षा भी करजो ll
क़दमों मा ही तुमरो मी रहूँ  दुलार हमला दे l
हे वाग्देवी माई प्यार को संसार हमला दे l
साफ सुथरो  रहे ये मन संस्कार हमला दे ll
सेवा करुँ मी तुम्हरी रोज साधना करुँ,
ज्यो भी लिखूं सच मी  लिखूं साधना करुँ ll
इन्धारो ला को मिटाकर दीपहार हमला दे l
हे वाग्देवी माई प्यार को संसार हमला दे l
साफ सुथरो  रहे ये मन संस्कार हमला दे ll
                 अलका चौधरी
                     बालाघाट

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