मातृ-पितृ
प्रार्थना मोरी मातृ चरणोमा
नव महीना ठेइस उदरमा।
यातना कठिन झेलिस
फुकिस प्राण मोरो शरीरमा।।
दुनिया देखाइस मोला
मोती संस्कार का देइस।।
माया को पदर झाककर
मोठो मोला करीस।।
प्रार्थना मोरी पितृ चरणोमा
धिर खंबीर ओकों बाणा।
वरर्या लका कडक नारेन
अंदर पीरम को खजाना।।
दुनिया मा जगन साती
शिक्षा पिता की कड़क।
मारेत भी वय कभी मोला
पाठपर मोरो उमटत नहीं बर।।
प्रार्थना मोरी गुरु चरनोमा
ज्ञान की बाराखड़ीको दाता।
हरिदुन येकी महिमा अपार
नमाओ गुरु चरणोंमा माथा।।
सौ. छाया सुरेंद्र पारधी
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