!! वैज्ञानिक संतोष भगत !!
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आप स्व. श्री पुरणलाल भगत ग्राम परसवाडा त. तिरोडा जिला गोंदिया के पांचवे पुत्र है। आपका जन्म १९ नवंबर १९६५ को ग्राम परसवाडा मे हूआ। आपकी प्राथमिक शिक्षा ग्राम परसवाडा मे तथा माध्यमिक शिक्षा म्युनसिपल हायस्कुल भंडारा मे संपन्न हूयी। आपने बि. ई. (मॅकेनिकल) १९८७ मे नागपुर से पुर्ण कीये तथा वर्ष १९९० मे स्नातकोत्तर उपाधी मास्टर ऑफ इंडस्ट्रियल रिलेशन एंड पर्सनल मॅनेजमेंट नागपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त किये। आपने वर्ष १९८८ से १९९१ तक सोनी स्टिल ऐजेंसी नागपुर मे कार्यरत रहते हूये खापरखेडा औष्णिक विद्युत केंद्र के निर्माण कार्य मे योगदान दिया है। वर्ष १९९१ से वर्ष १९९३ तक आपने दांडेकर मशिन वर्क मे प्रोडक्शन एंवम् मॅनेजमेंट इंजिनियर के रुप मे मे कार्य किया। वर्ष १९९३ से १९९५ तक आप टायको बायो मेडिका मे कार्यरत रहे। वर्ष १९९५ मे आप असोसियेटेड कॅप्सुल ग्रुप मे मॅनेजर के पद पर कार्यरत है। यहां कार्यरत रहते हूये "ह्युमन कॅप्सुल हँड फिलर" मे आपने पेटेंट प्राप्त किये है। आपने कंपनी मे उच्च तकनिक से मॅन्युफॅक्च्युरिंग की विधी विकसित की है। आप कंपनी के कार्य हेतू US, जर्मनी, फ्रांस, हॉलंड, बैल्जियम, ऑष्ट्रिया, बहरिन आदी देशो मे अक्सर जाते आते रहते है।
आपके बडे भाई कुंवरसिंह भगत महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरन कंपनी मे कार्यकारी अभीयंता पद पर कार्यरत थे, अब वह सेवानिवृत्त हो चुके है। दुसरे बडे भाई जितेंद्र भगत PWD विभाग मे उपविभागीय अभियंता थे। एंवम् जैनेंद्र भगत महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी ने सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत थे अब वे भी सेवानिवृत्त हो चुके है। श्री संतोष भगतजी आप हमारे समाज के युवाओ के लिए प्रेरणा है। हार्दिक अभिनंदन एंवम् उत्तरोत्तर प्रगती की समाज की ओर से शुभकामनाएँ...!!
प्रस्तुती - मधू हरिनखेडे सालेकसा
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- सोनू भगत
powarihistory.blogspot.com
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आप स्व. श्री पुरणलाल भगत ग्राम परसवाडा त. तिरोडा जिला गोंदिया के पांचवे पुत्र है। आपका जन्म १९ नवंबर १९६५ को ग्राम परसवाडा मे हूआ। आपकी प्राथमिक शिक्षा ग्राम परसवाडा मे तथा माध्यमिक शिक्षा म्युनसिपल हायस्कुल भंडारा मे संपन्न हूयी। आपने बि. ई. (मॅकेनिकल) १९८७ मे नागपुर से पुर्ण कीये तथा वर्ष १९९० मे स्नातकोत्तर उपाधी मास्टर ऑफ इंडस्ट्रियल रिलेशन एंड पर्सनल मॅनेजमेंट नागपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त किये। आपने वर्ष १९८८ से १९९१ तक सोनी स्टिल ऐजेंसी नागपुर मे कार्यरत रहते हूये खापरखेडा औष्णिक विद्युत केंद्र के निर्माण कार्य मे योगदान दिया है। वर्ष १९९१ से वर्ष १९९३ तक आपने दांडेकर मशिन वर्क मे प्रोडक्शन एंवम् मॅनेजमेंट इंजिनियर के रुप मे मे कार्य किया। वर्ष १९९३ से १९९५ तक आप टायको बायो मेडिका मे कार्यरत रहे। वर्ष १९९५ मे आप असोसियेटेड कॅप्सुल ग्रुप मे मॅनेजर के पद पर कार्यरत है। यहां कार्यरत रहते हूये "ह्युमन कॅप्सुल हँड फिलर" मे आपने पेटेंट प्राप्त किये है। आपने कंपनी मे उच्च तकनिक से मॅन्युफॅक्च्युरिंग की विधी विकसित की है। आप कंपनी के कार्य हेतू US, जर्मनी, फ्रांस, हॉलंड, बैल्जियम, ऑष्ट्रिया, बहरिन आदी देशो मे अक्सर जाते आते रहते है।
आपके बडे भाई कुंवरसिंह भगत महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरन कंपनी मे कार्यकारी अभीयंता पद पर कार्यरत थे, अब वह सेवानिवृत्त हो चुके है। दुसरे बडे भाई जितेंद्र भगत PWD विभाग मे उपविभागीय अभियंता थे। एंवम् जैनेंद्र भगत महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी ने सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत थे अब वे भी सेवानिवृत्त हो चुके है। श्री संतोष भगतजी आप हमारे समाज के युवाओ के लिए प्रेरणा है। हार्दिक अभिनंदन एंवम् उत्तरोत्तर प्रगती की समाज की ओर से शुभकामनाएँ...!!
प्रस्तुती - मधू हरिनखेडे सालेकसा
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- सोनू भगत
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