गवळन
चिदानंद चिद्रूप चित्त से चिन्मय,
लाल यशोदा को कृष्णानंद ll
सत्य अभिनव सूख से इनको दर्शन,
मोहीत भया सब नर नारी ll
गोपाला गोपाला जप करे नर नारी,
रक्षा करो है कुंजबिहारी ll
प्राणी मात्र का सेव तुमी कैवारी,
विपदा हरो हे मुरारी ll
तुमीच सखा तुमीच बंधु,
प्रभु सेव तुमी मनको मंदिर ll
सब जन दर्शन साठी सेत अधिर,
कल्याण करो सबको गिरधारी ll
मुरली मनोहर से बहुत प्यारी,
संकट हरो हे ब्रज बिहारी ll
अंतर आत्मा का सब संकट मीटे,
कान्हा की भक्ति को जो आनंद लुटे ll
प्रा.डॉ.हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु. पो. दासगाँव ता.जि.गोंदिया
मो.९६७३१७८४२४
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