तैयार से खऱ्यान
दूय गाड़ो बोझा
जुपो दावन
फिरे गोल
चकरी
गोल
रे
बाप मोरो किसान
खेती वोको मान
चुरसे धान
खेती सोनो
आधार
मन
को
खऱ्यान भर बोझा
चूरन की मज्या
धान का बोरा
बांधो बोरी
सूतरी
लक
रे
सरावो खऱ्यान ला
पांच मोड़ा बाद
गोटा माटी ला
करो दूर
चुरनी
धान
की
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प्रा.डॉ.हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु.पो.दासगाँव ता.जि.गोंदिया
मो.९६७३१७८४२४
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