संघर्षमय जीवन हर किसी का होता है, लेकिन जो इसे पार पाता है उसकी एक प्रेरक कहानी बन जाती है। श्री हेमेंद्र शरनागत का जीवन परिचय हमें सिख देता है संघर्षयम जिवन से लढने की। आज का यह लेख उनके जीवन पर आधारित है।
दि. १९८४ मे ग्राम सिताकोह, तह. कटंगी, जिला बालाघाट मे श्री. बालारामजी शरनागत एंव माता शकुंतला शरनागत के घर तृतिय पुत्र के रुप मे हेमेंद्रजी का जन्म हूआ। हेमेंद्रजी एवं उनके ४ भाई बहन है। हेमेंद्रजी उनमे तृतिय है। उनकी प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा ग्राम डोंगरी से शासकीय स्कुल में ही हुयी है। १०वी कक्षा के बाद उन्होंने स्वामी विवेकानंद पॉलीटेक्निक सितासावंगी मे दाखिला लिया, बडा परिवार एवं पिता की निम्न आय के चलते हेमेंद्रजी घर की आर्थिक परिस्थितीयों को समझते थे। उन्होने अपनी पॉलिटेक्निक की पुर्ण शिक्षा प्रतिदिन २० किलोमिटर सायकल से चलकर पुर्ण की।
परिवार की आर्थिक परिस्थिती को देखते हूये उन्होने निश्चय किया की आगे की पढ़ाई, नौकरी एवं स्वखर्च के साथ ही करना है। इसलिए उन्होंने वर्ष २००५ मे ONIX enterprise पुणे मे CNC ऑपरेटर के रुप मे नौकरी चालू की। उस समय श्री. हेमेंद्रजी को कुल २५०० रुपये मासिक तनख्वा मिलती थी। इतनी निम्न राशी मे भी उन्होनें हार नही मानी और वह काम करते रहे। बाद मे उन्होने CAD curses की पढ़ाई और नौकरी साथ साथ की। इस बिच वह रात मे नौकरी एवं दिन मे पढ़ाई करते थे। कुछ माह काम करने के बाद उन्होने तिर्थ इंजिनियरिंग पुणे मे डिजायनिंग का कार्य चालू किया। उस समय उनको कुल ३००० रुपये तनख्वा मिलती थी।
२००६ मे उन्होने कॉनकर्ड इंजिनियरिंग मे डिजाईन इंजिनियर के तौर पर कार्य किया। इसी समय के बिच उन्होने MIT पुणे से मॅकेनिकल इंजिनियरिंग की पढ़ाई प्रारंभ की। इसी बिच उन्होने जॉब बदला एवं "honeywell engineering" से जुड़ गये। बाद मे honeywell से उनको नॉर्वे मे काम करने का अवसर प्राप्त हूया। इस बिच वह MIT PUNE से मेकॅनिकल की पढ़ाई प्रथम वर्ष तक ही कर पाये और नॉर्वे चले गये।
उन्होने वर्ष २००७ के जुन माह से honeywell engineering नॉर्वे मे प्रोजेक्ट इंजिनियर काम किया। ३ वर्ष के इस प्रोजेक्ट मे आपने प्रोजेक्ट खत्म होते तक कार्य किया। उन्होने वर्ष २०१४ मे CBD बेलापुर नवी मुंबई से इंडस्ट्रियल इंजिनियरिंग मे डिग्री प्राप्त कर फिर से नॉर्वे मे oil & gas क्षेत्र मे सिनियर प्रोजेक्ट इंजिनियर(design department) कार्य प्रारंभ किया। वह वर्तमान मे इसी पद पर कार्य कर रहे है। वही बाह्य व्यवसाय के तौर पर वह "प्रोजेक्ट इंजिनियर सर्विस प्रोव्हाइडर" का कार्य भी कर रहे है। श्री. हेमेंद्रजी नॉर्वे मे सफल उद्योजक एवं कार्यक्षेत्र मे प्रतिष्ठित पद पर विराजमान है। श्री. हेमेंद्रजी का विवाह २०१० मे सौ. ललिता चौधरीजी से हूआ। वे वर्तमान में सहपरिवार नॉर्वे मे रहते है।
श्री हेमेंद्रजी गांव मे जन्में एवं गांवों में किशोरावस्था तक समय बिताया इसलिए उन्हें जन्मभुमी सिताकोह एंव कर्मभुमी डोंगरी बु.(माईन्स) बहूत प्रिय है। उनका गांव के प्रती लगाव इतना है उन्हें लगता है की उनके गांव से भी प्रतिभावान युवा आगे बढ़े इसलिए वह प्रतिवर्ष १५ अगस्त को प्रतिभावान विद्यार्थियो को बक्षिस राशी के रुप मे उनको उत्साहित करते है। वही उन्होने गांव के स्कुल के जिर्णोद्धार के लिए राशीयां प्रदान कर चुके है। वही उनका पोवार समाज के प्रती बहूत ज्यादा लगाव है; वह नॉर्वे स्थित अपने निवास मे चक्रवर्ती राजा भोज की प्रतिमा लगाते है एवं उनके आदर्शो पर चलने का प्रयास भी करते है। उनका बचपन गांवों मे ही बितने से उन्हे खेतीबाडी से बहुत प्रेम है। वह छुट्टियों मे गांव आते है तो खेतीबाडी के काम मे पुर्ण सहयोग करते है, एवं उनको सारे खेतिबाडी के काम आते है इसलिए बेझिजक खेती के काम जैसे पेंडी फेकना, धान के बोझे बांधना और ढोना, पैरा के बेठ मारने मे मदत करना आदी कार्य वह अक्सर खेतों मे करते है। हेमेंद्रजी सरल एवं सादगी से जिवन यापन करते आये है, उनके शब्दों मे नम्रता चेहरे पर हमेशा स्मित हास्य झलकता है। वह समाज ही नहीं तो भारतीय संस्कृती के लिए नॉर्वे में कार्यरत है। वह नॉर्वे में "महाराष्ट्र मंडल" एवं "इंडियन कम्युनिटी" मे सक्रियता से अपना योगदान निरंतर देते आये है। उनके जैसा रत्न हमारे समाज मे होना हमारे लिए गर्व की बात है।
✍🏻 - सोनु भगत
powarihistory.blogspot.com
है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिए
ReplyDeleteजिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिए
रोज़ जो चेहरे बदलते है लिबासों की तरह
अब जनाज़ा ज़ोर से उन का निकलना चाहिए
अब भी कुछ लोगो ने बेची है न अपनी आत्मा
ये पतन का सिलसिला कुछ और चलना चाहिए
फूल बन कर जो जिया है वो यहां मसला गया
ज़ीस्त को फ़ौलाद के सांचे में ढलना चाहिए
छीनता हो जब तुम्हारा हक़ कोई उस वक़्त तो
आंख से आंसू नहीं शोला निकलना चाहिए
दिल जवां सपने जवां मौसम जवां शब भी जवां
तुझ को मुझ से इस समय सूने में मिलना चाहिए.
Really grate person, I respect you sir
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