मर्यादापुरुषोत्तम रामजी सेत आमरा गुणवान
वंदनीय ,ममता की मुरत सीतामाता से शान।।
रघकुल रीत निभाईन शूरवीर श्रीरामन
पती सेवा को पाया रोईस माता जानकीन।।
परमवीर अयोध्या नरेश जन्मेव पोट कौशल्या
गोटा ला पाय लगायके सजुमान करीस अहिल्या।
ताडका को वध करके मुक्त करीस पापला
मोहमाया सुख चैन छोडके गयेव वनवासला।।
शांत,संयमी कर्मनिष्ठ राजयोगी असो श्रीराम
राम नाम लेयके पावन होसेत चारही धाम।।
सुकुमार ,कर्तव्यनिष्ठ ममता रूपी सीतामाई
चुगली करने वालो प्रजाला देसे शुभ दुहाई।।
भारतखंड मा जन्म भयेव छत्रीय श्रीरामको
धरनी आमरी पावन भयी चरणलका श्रीरामको।।
रामवानीच शूरवीर भया पुत्र लवकुश महान
भक्ती लका अमर भयेव रामभक्त हनुमान।।
बुराई परा अच्छाई की जीत सदैव होसे
रामकथा हरदम आमला असोच संदेश देसे।।
मायबाप को वचन को पालन करो हमेशा पुत्र
ममता को देसेत आमला जन्मदाताच छत्र।।
पोवार वंश को इतिहास मा सुरवीर राम भया
संस्कार अना सेवाभाव ला उजागर कर गया।।
सौ.वर्षा पटले रहांगडाले
बिरसी आमगांव
जि.गोंदिया
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