Monday, April 27, 2020

तिज


सेत माय अजि पाच प्रान की ठेवा 
अक्षय तृतीया को दिवस लेजो से सेवा. 
कलयुगमा लेयात जनम कष्टघाम मा रयात
जगमा तारन साती टुराला कस्तुरी बनायात. 
बिह्या भयेंव वर नाता गोता तोड देयेव 
जब जगमा होता तब उपासी ठेयदेयेव. 
जगला सोड्यात फुल मुरजाय गयेव 
चवरीको रुपमा देव घरमा  बसाय देयेव. 
फुल को बाग मा आवसे फुल की याद 
तुमी होत त घर संसार की चिंता नही. 
मानव जीवन को खेल अजब से येव 
रंगीबी रंग रिस्ताला तीजमा बुलाव से येव. 
हिरवो हिरवो दोना पतरारी पूजा की पात 
तिजमा घडाला करसा मानकर पूर्वज पूजा करसेत. 
आंबरस सेवइ बडाकी भाजी मोठो मान तिजमा 
साजरो साजरो विविध पक्वान कर सेत तिजमा. 
अजब कलाकार सेत संकट मा धाव सेत 
मनमा जसो भाव तसो भेटे तिजमा आसीर्वाद. 
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छगनलाल राहांगडाले,, खापरखेडा 
9158552860,, दि 26/4/2020
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