२२ मार्च ला दिवस रात भया बराबर
मंग दिवस मोठो होसे उन्हारो भर।
उन्हारों मंजे तपन की होसे भरमार
आंगभर पसीना पानी की मारामार।
सकाळ पासुन होसे तपन को सर्राटा सुरु
बाप कसे बेटा ला तपनमा नोकों फिरू।
कूलर पंखा लगायशान घरमा सोव
आब कोराना को सबलाच से भेव।
तपनलका आहत भया पशुपक्षी नरनारी
कबी तपन कबी सावली धन्य प्रभु माया तोरी।
✍️श्री. धनलाल रहांगडाले
गोंदिया
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