वैशाख शुक्ल तृतिया ला कसेत अक्षय तृतिया,
साडे तीन मुहुर्त पैकी एक आय अक्षय तृतिया.
पोवार समाज को त्योहार आय अक्षय तृतिया,
पूर्वज की पूजा को त्योहार आय अक्षय तृतिया.
तीज क् दिवस पूर्वज इनला देई जासे बिरानी,
सेवई,सुवारी,बडा,आंबा क् पन्हा की मेहमानी.
तीज कर दिन बहुतेक घर क-यो जासे मोहतुर,
खरीप फसल की सुरुवात की तैयारी मोहतुर.
तीज कर दिन भ-यो जासे नवो करसा,
गरीब घर को फ्रीजच् आय येव करसा.
तीज क् बाद मा बढसे गर्मी वोकी व्यवस्था करसा,
पशु पक्षी ला बी पानी देहे पाहिजे वोकी याद करसा.
भगवान परशुराम की जयंती आय तीज,
शुभ कार्य क् सुरुवात की तिथी आय तीज.
आंबा क् रस रोटी की यादगार आय तीज,
बाहुला-बाहुली को बिह्या की तिथी आय तीज.
रचना- चिरंजीव बिसेन
गोंदिया.
दि.२६/४/२०२०
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