Sunday, May 24, 2020

नवतपा

लग रही से नव तपा, होय जावो तैंयार आता ll
आग बरसे सूर्य लक आता,बांध लेवो अपरो माथा ll
घर लक बहेर जाता जाता, ठेय लेवो जवर एक कांदा आता ll
आजी माय को नुकसा अजमावॊ आता,काम लगे तपन की झाव आता ll
बनाय लेवो पेज सब घर आता,
माजा लेवो आंबा को रस संग सेवई कॊ आता ll
लहान लेकरूबार ला सांगो आता, नही खेलेत तपन गागरा मा
आता ll
जब वरी नही जाय नवतपा आता,
घर माच रहो सबजन आता ll
बाट देखो बरसात को दिवस की आता, तैयार ठेवो छत्ता आता ll
कम होय जाये सूर्य देव को प्रकोप आता, रोहनी नक्षत्र मा जाता जाता ll
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प्रा. डाँ. हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु.पो. दासगांव ता. जि. गोंदिया
मो.९६७३१७८४२४

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