Sunday, May 17, 2020

नारी तू नारायनी ( Dr. Sekhram yelekar)


नारी, तू सदा कर्तव्यमा तत्पर रवसेस
सदा सुख दुख भरी रवसे, तोरी कहानी
आव्हान झेलनला बी तू तत्पर रवसेस
तुच सेस माता, तुच नारायणी।। १। । 

तू महाभारत को एक हिस्सा सेस
दु:ख भरी तोरी रामायणकी कहानी
विश्व कल्याण मा तुच पुढ  रवसेस
तुच सेस लक्ष्मी, तुच नारायणी।। २।। 

दया को तू महान सागर सेस
नही अटाय तोर् डोराको पानी
एक रुप तोरो प्रलयकारी बी से
तुच सेस काली, तुच नारायणी।। ३।। 

तोला कवसेत एक अबला नारी
देखस्यानी तोरी दर्दभरी जींदगानी
आब् देखाय दे सबला, तू कम नाहास
तुच सेस दुर्गा, तुच नारायणी
                     तुच नारायणी।। ४।। 
*****
डॉ. शेखराम परसरामजी येळेकर नागपूर १७/५/२०२०

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