Monday, May 25, 2020

अहंकार (hirdilal thakre) 11


   !! पोवारी इतिहास साहित्य एंव उत्कर्ष  !!
    !! दि, 24-05-2020- दिवस रविवार!! 
             !!  काव्यस्पर्धी साती !!
               विषय == अहंकार 
लहरलक घबरायके कभी नौका पार नही होय, 
कोशिश करेवलक त कभी भी हार नही होय!! 
जो मनुष्य खुद समाजशिरोमणि समजत रहे, 
वोकोलक कभी समाज को ऊत्थान नही होय!!

करके वदंन मायबोलीला कसुमी दिलकी बात, 
आयगयी आँसू डोरामा जी दिल रोवसे दिनरात!! 
नतमस्तक वदंन करुसु वोन समाजशिरोमणिला 
जेव माणुस खुदको प्रशंसा साती रोवसे दिनरात!!

अभिमान त नोको करु येकोमा नाहाय भलाई ,
जरा सोचबिचरकर चल वाये नहीजाय कमाई!! 
अगर समाजको अहित करजो त मगं समजजाय, 
च्यारही आगं फैलत फैलत जाहेत तोरीच बुराई!! 

अहकांर होतो रावणला त हार वोकी भयगयी, 
सत्यमार्गपर नही चलेव त सारीबात फसगयी!! 
जेव खुदला समाजको अनुयायी समजत होतो ,
सांगो आबआता वोकी खुद्दारी कहा चलीगयी !!

समाज ऊत्थान करनसाती कसो मान अपमान  
एक कदम सामने बढाओ कोटी यज्ञ को समान!
होये हमेशा जनजाग्ग्रुती येन साहित्य मंडलमा ,
आम्ही करबी पोवारीसाहित्य मंडल का गुणगान!

                     !!  कवी  !!
         श्री हिरदीलाल नेतरामजी ठाकरे 
          भ्रमणध्वनी 7020144588
       मु, भजियापार, पो, चिरचाळबांध! 
      ता आमगाँव जिल्हा गोदिया माहाराषट्र 
पोवार समाज एकता मंच परिवार पुर्व नागपुर 

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