Monday, June 1, 2020

मोरो देश hargovind Tembhre 12

  
निरालो देश

मोरो बी से एक देश,
सबका सेत अलग अलग भेष ll

हिंदू हो या शीख, इसाई, 
या हो मुस्लिम भाई ll

जब जब देश मा विपत्ती आई सबन आपरी जान भी देईस ll

खेती की हरियाली मन मन भाये,
हिरवो हिरवो रंग समाये ll

मातृभूमीला वंदन से, 
पोवार पुत्र नमन से ll

खेती मा जय किसान से,
सिमा पर जय जवान से ll

कसेति येला सोनो कि चिड़िया,
देश से अमरो बहुत बढ़िया ll

एकता की शान से,
देश मोरो महान से ll

भरत माता की जय को नारा, 
वन्दे मातरम से सबदुन प्यारो ll

अलग अलग भाषा को संग,
त्यौहार मा सेती बहुत रंग ll

सबला आपरी बोली प्यारी,
पोवारी की बात निराली ll

देश मोला से बहुत प्यारो,
कुर्बानी सबकी याद करो ll

महापुरुष को मान से,
देश मोरो महान से ll

मातृभूमि को क्रंदन से,
देश को माटी ला वंदन से ll
*******************
प्रा.डाँ.हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु.पो. दासगांव ता. जि. गोंदिया
मो.९६७३१७८४२४

No comments:

Post a Comment

कृष्ण अना गोपी

मी बी राधा बन जाऊ बंसी बजय्या, रास रचय्या गोकुलको कन्हैया लाडको नटखट नंदलाल देखो माखनचोर नाव से यको!!१!! मधुर तोरो बंसीकी तान भू...