चाल: भजन .. एकदा तू भेट मला, पांडुरंगा हरी विठ्ठला
कुलदेवी
एक गण तू भेट मोला,माता मोरी गढकालिका
आजण आमी टूरा तोरा, आवबिन धारानगरीला।ध्रू।
कुलदेवी आमरो पोवार की आस
प्रगटी सप्तमीला नवरात्रि को मास
ठेव सुखी सबला माय, आशीर्वाद सबपरा..१
माय बसिसेस तू सब पोवार को गांव
मातामाय को नाव ल जानसेत पोवार
अखाडीला करबिन पूजा, आवबिन तोरो द्वारपरा..२
अखाडी साल को पहलो सन आय
. येन दिवस होसे रिमझीम बरसात
भक्तिभावल पुजबिन तोला,दही दूध समर्पित तोला..३
बुड्या सुकूडा को तोरो पाहुणचार
पानबड़ाकी भाजी बनावसेत खास
नवीन नवरी लिजासे ठाव, माता तोरो द्वारपरा..४
साधासुधा आमी पोवार आजण
तोरो भक्तिका भुखा आमी सेजण
भक्ती मा से शक्ती बडी, सुमरबिन माता तोला..५
एक गण तू भेट मोला, माता मोरी गढकालिका
आजण आमी टूरा तोरा,आवबिन धारानगरीला।ध्रू।
सौ छाया सुरेंद्र पारधी
सिहोरा
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