संस्कार का भाव
संस्कार का भाव,आती आदर सम्मान,
भारतीय लोकइनन देयीन, येको फरमान।।
इन्सान न बनाईस, जाती-पाती,
वोकाच सदगुन, दिस सेती।।
संस्कार को बीना,समाज से अधूरो,
मोठो इनको आदर, करनो से पुरों।।
पूर्वज को चालीरीति लक, चल से घर,
अज को पीढ़ीला,नहाय कोई को डर।।
आदर सम्मान लक, सब संग रवबीन,
पुर्वज को धरोहर ला, संभालके ठेवबीन।।
कु. कल्याणी पटले
दिघोरी, नागपुर
No comments:
Post a Comment