लाक्तखाड
लगेव लाक्तखाड उठो खालीपन का दिन गया
देखो अभार मा बिजली को संग कारा बादर आया ll
खारी-दोरी भरो अना आता गाडो धुरा-पारी
खेत मा टाको खात की डाली उठस्यान सकारी
बाडी मा कोचई अद्रक करूला बाल गाडकर भया ll1ll
आंबा सऱ्या जांभुर पिकी वापी इतंउतं गवतरी
हिरवो-हिरवो रान भयेव पर कोयल की कुक भी सरी
मोहई को झाळ पर घात मा सोनपाखरू भी आया ll2ll
किडा -किटकूला भेपका अना सरप निकलं सेत भारी
येनं परिस्तिथी मा भी किसान कर से कास्तकारी
करो चिऱ्हाटाआता पऱ्हा गाडन का दिन आया ll3ll
नवो बहू-बैदी ला आणणं की पोवारी रीत से न्यारी
माहेर को खाजोकी बाट देखं से बेटी बुडगी होसे तरी
अखाडी जिवती को संग मा सारा सण आया ll4ll
शारदा चौधरी
भंडारा
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