Sunday, August 30, 2020

सामाजिक शख्शियत: श्री जयपालसिंह पटले

 सामाजिक शख्शियत: श्री जयपालसिंह पटले

    श्री जयपालसिंह धाडूजी पटले का जन्म ग्राम सालेटेका, तहसील-वारासिवनी ,जिला- बालाघाट में १७ जुलाई १९२५ को हुआ था। उन्होंने सन १९५६ से १९९३  ,,तक MSEB में कार्य किया। वे सेवानिवृत्ति के उपरांत में नागपुर में साहित्य सृजन और ईश्वर भक्ति के साथ अपना अपना सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं। 

    उन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन समाज की सेवा और साहित्य सृजन के लिए अर्पित कर दिया है। उन्होंने पोवारी, मराठी और हिंदी भाषाओं में लेखन का कार्य किया है। साहित्य के साथ उनकी विशेष रूचि भजन और कीर्तन में रही है। उन्होंने वंदनीय राष्ट्रसंत श्रीतुकडोजी महाराज द्वारा रचित ग्रामगीता का पोवारी में अनुवाद किया। 

    इसके अतिरिक्त पोवारी गीत गंगा, एवं राजाभोज गीतांजलि नामक काव्य संकलन श्री पटले जी के द्वारा लिखा गया है. उन्होंने गीत रामायण और श्रीमद्भागवतगीता सार का पोवारी बोली में अनुवादित किया. उनके द्वारा लिखित और अनुवादित  पोवारी साहित्य, क्षत्रिय पोवार पँवार समाज के लिए ऐतिहासिक धरोहरें है।हम सभी उनके दीर्घायु होने की कामना करते हैं.

तथ्य संकलन : श्री ऋषि बिसेन, नागपुर

पोवार इतिहास, साहित्य एवं उत्कर्ष समूह




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