Tuesday, September 8, 2020

मोरी शाळा varsha patle rahangdale 003



मोरी शाळा

चट्यान को पायवापरा
मोरी शाळा से उभी
विद्यार्जन करनकी 
लगसे जसी चाबी

हिवरो हिवरो परिसर
शाळा को आसपास
म्हणून मोरी शाळा
मोला लगसे खास

गुरुजी को आदेश
जसो गोटा की लकीर
ज्ञान को सागर मा
दिलासा को तीर

माता पिता सम सेत
शाळामाका मोरा गुरु
आशिर्वाद लेयके उनको
काम करबीन नवो सुरू

नवयुग पिढी मोरो
शाळा मा घडसेत
मोठा मोठा अधिकारी
मोरो शाळा मा निपजसेत

आंबा को मोठो झाड
से मोरो शाळा मा
गोटा मारके लेकरू
आंबा पाळसेत ओटामा

शाळा की ओढ मोला
आबबी बडी लगसे
बालपण देय दे देवा
लहानपण भोगुसा लगसे

मास्तर की मोठी छडी
आबबी याद बडी आवसे
दिवस जुना याद करके
डोरामा पाणी आवसे

शाळा को पंटागन मा
खेल होता रंगरंगका
तहान भूक परात होती
दिवस होता तरी तपनका

सौ.वर्षा पटले रहांगडाले
बिरसी

No comments:

Post a Comment

कृष्ण अना गोपी

मी बी राधा बन जाऊ बंसी बजय्या, रास रचय्या गोकुलको कन्हैया लाडको नटखट नंदलाल देखो माखनचोर नाव से यको!!१!! मधुर तोरो बंसीकी तान भू...