विषय - खऱ्यान
दिनरात किसान
तपन पाणी मा
लगावं धान
राबस्यांन
मऱ्यान
खेती
मा
पीक सोनो समान
मोती सी चमक
कष्ट को दान
नवतरी
उधाण
आयी
सें
कटाई करो धान
डुलवावो बोझा
करो खऱ्यान
पुंजना को
ठिकाण
बांधी
मा
जुपो बैलदावन
धान को खऱ्यामा
मोडा भरकन
चुरो रास
भरन
पोता
मा
बंडी मा चढी रास
ढोला भऱ्या खास
नवती आस
कास्तकार
उल्हास
भरी
सें
शारदा चौधरी
भंडारा
No comments:
Post a Comment