मोरीपरी
फूल जसी सुंदर से मोरी परी,
सबकी राज दुलारी से मोरी परी ll
हर घर की जान से मोरी परी,
घर घर की शान से मोरी परी ll
फूल बगीचा को से मोरी परी,
फुलवारी जसी प्यारी मोरी परी ll
घोड़ो बनायकन मोला सवारी करसे मोरी परी,
भोली बड़ी लगसे जब माती मा खेले मोरी परी ll
आज स्यानी भय गयी मोरी परी,
टुरा दून काही कम नहाय मोरी परी ll
प्रा.डॉ.हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु.पो.दासगाँव ता.जि.गोंदिया
मो.९६७३१७८४२४
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