(चाल: ले तो आये हो हमे सपनो के गांव मे)
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा
ममतामय अमृत सागर देखो जी माय मा
भक्तन की बिघडी बनाव माता
मैया ओ मैया मैया ओ मैया ॥धृ॥
शैलपुत्री ब्रम्हचारिनी तू माता
चंद्रघंटा कुश्मांडा तू ही विधाता
स्कंदमाता कात्यायनी तुही कालरात्री-२
पलमा मर्दन करे असुर महाकाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥१॥
अष्टमी महागौरी अष्टभुजाधारी
श्वेत वस्त्र मा आयी सिंह सवारी
होम हवन श्रीफल मेवा धुपबत्ती-२
आबालवृद्ध का दुख दे हटाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥२॥
नवमी को रूप मायको सिद्धिदात्री
नवरूप पूजा संपन्न नवरात्री
भोग लगे हलवा पूरी तिल गुलहन को-२
विप्र पतित दीनला निवद चढाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥३॥
सिद्धीदात्री माय सर्व सिद्धी दायक से
कन्या पूजन को दिन फलदायक से
नऊ कन्या पूजा देवी को नऊ रूप की-२
कन्या नऊ वस्त्र मा रंग सजाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥४॥
पिवरो हिवरो हलको भूरो नारंगी
सफेद लाल निलो अना गुलाबी
नवमी को माय को प्रिय रंग बैगनी-२
ओटी नारेन चाउरकी उपास सोडाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥५॥
हल्दी कुमकूम अगरबत्ती फूल फल
सुकामेवा धुप माला नारियल
आयी घडी घट जवारा विसर्जन की-२
अज्ञानी प्रहरी ला दे तू लखाय मा
जीवन की फलश्रुती से देवी को पाय मा ॥६॥
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डॉ. प्रल्हाद रघुनाथ हरिणखेडे (प्रहरी)
उलवे, नवी मुंबई
मो. 9869993907
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