आठ दिन नऊ रात को नवरात्री सण
धार मा महानवमी को से आज पूजन
बेलफुल चढेव नारीयल हल्दी कुंकूम
साडी चोळी हिरवी खारक बदाम
आरती जस को गजर करसेत भक्तजन
गढकालिका माय का नवविधा नवरूप
नवमीला धर सें सिद्धीदात्री को स्वरूप
साधक ला करसे सब सिद्धी प्रदान
नव कन्या पुजन दुर्गानवमी को दिन
पाय धोयकर कर सेत औक्षण
हलवा पुरी को माय को जेवण
नवमी को दिन नवदिवस को पारण
भक्त करसेती सप्तशतीजप होमहवन
तृप्त होसेत माताकृपा लक आचार्य ब्राम्हण
चाऊर नारीयल लक ओटी भरसेत माय की
अंतिम बारी आता घट जवारा विसर्जन की
उपास सोडं सेत नवमीला सब भक्तजन
शारदा चौधरी
भंडारा
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