चित्रकाव्य -परीरानी
भरारी
नभ मंडलकी आयी परी
चमचम पंख मारं भरारी
धरके पुस्तक बाचसे खरी
परी रे परी परी रे परी ।।१।।
लपंडाव खेलं झाड़ीमा लुक
भुरं केसको सुंदरसो लुक
देखो, परी रानी गयी भुक
परी रे परी, परी रे परी।।२।।
दिससे कसी तितली वानी
शाहानीमाय सांग कहानी
आकाश मार्गलं आवसे रानी
परी रे परी, परी रे परी।।३।।
परीकं गरोमा रत्नकी हारं
नवा नवा कपडा बुट्टे दार
झुन झुन नाद पायमा चाड़
परी रे परी,परी रे परी।।४।।
जय राजा भोज,जय माँ गड़काली
वाय सी चौधरी
गोंदिया
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