Sunday, March 15, 2020

काव्यस्पर्धा क्र. 1 "माय वाग्देवी सरस्वती वंदना"-सुरेश महादेवराव देशमुख , नागपूर


⚜ म्हारी माय सरोसती ⚜
म्हारी माय सरोसती
धऱ्या रूप अवतार
दिनं बसंत पंचमी
कऱ्या माय उपकार
     
          म्हारी माय सरोसती
          माया सं अपरंपार
          बानी देईस मुकाला
          करी वोकी नैय्या पार
म्हारी माय सरोसती
भाव भावना इचार
सांगनला दिखाडीस
जबानला रस्ता चार
          म्हारी माय सरोसती
          तोरी अमरीत बोली
          देया मानुसला बोल
          ग्यान भंडारला खोली
म्हारी माय सरोसती
हर कला तोरं पायी
विना ला बजायकन्
सबुदना निपजायी
          म्हारी माय सरोसती
          राजा भोज संग बाता
          ग्यान दियो सनातन
          वेद पुरान की गाथा
म्हारी माय सरोसती
मोर हंस को वाहन
काल अकाल सिमरु
नित दिन तोरो ध्यान
©✒ सुरेश महादेवराव
           देशमुख , नागपूर

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