अहंकार आय आदमी को सबसे मोठो दुश्मन,
सबला आपल् जवर् ठेवो पर अहंकारला दूर ठेवण्.
अहंकार लका मोठा मोठा साम्राज्य भया नष्ट,
अहंकार लका आदमी की बुद्धी होय जासे भ्रष्ट.
रावण,कंस,दुर्योधनको अहंकार नच् करीस् घात,
मनला बस मा ठेवो करो अहंकार पर मात.
येव काम मी कर सकुसू या आय काबलियत,
पर मीच कर सकुसू या आय अहंकार की नियत.
आपल् शक्ति पर ठेवो हमेशा विश्वास,
पर आपल् कमी को भी रव्हन् देव आभास.
राम, कृष्ण ला होतो आपल् शक्ति पर विश्वास,
आपल् कार्य ल् संसार मा बन गया वोय खास.
रचना- चिरंजीव बिसेन
गोंदिया.
मो.नं.९५२७२८५४६४
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