Sunday, May 17, 2020

नारी तू नारायनी (hirdilal thakre)


हमेशा कसेती बेटी बचाओ बेटी पढाओ, 
येव कायला लगावसेव भाऊ तुम्ही नारा! !
एक बेटीला बेआब्रु करके साला अज, 
बाइज्जत बरी होयजासेत सब हत्यारा!!

सत्य मर्यादा संस्कृति को से देश आमरो ,
याहा महिला को काहे होयरहीसे अपमान !
याद करो जी  झाँसी की राणी लक्षमीबाईला 
भाऊ भयगयी आपलो भारत देशपर कुर्बान!!

बेटी चाहे हिन्दू की होय या होय मुस्लिम की, 
चाहे होय कोणी ख्रीष्चण या होय ईसाई!! 
सबको शरीर मा खुन धावसे मानवता को, 
साधु महात्मा सन्याशी सब देसेती गव्हाई!!

भाऊ एक बेटी को दुख देखकर रुहु कापसे, 
सदमा मा पडगयी से भारतदेश की जनता !!
भासी पर लटकायदेव वोन बल्तकारी ला, 
खुशी लक गद गद होयजाहे जी भारतमाता!!

भारत देश की नारी तुम्ही बनो नारायणी ,
सबजन न धरो आपलो हातमा तलवार !!
बिच चौराहा पर काटो सीर पापी दरिदां को, 
जे करसेती आमरो महिला पर अत्याचार !!

                    !!! कवी  !!!
              दास हिरदीलाल ठाकरे 
         भ्रमणध्वनी 7020144588
       मु, भजियापार , पो, चिरचाळबांध 
    ता आमगाँव जिल्हा गोदिया माहाराषट्र 

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