Monday, June 15, 2020

संवाद D.P.Rahangdale 001


(रंगू आपल लहानस टूरा ला धरशान किरतन मा गई)

टूरा:- माय माय मोला पेसाब लगी
रंगू :- एतर लोक मा तसो नही कवन बेटा.
टूरा:- मंग का कहू त
रंगू :- माय गाना गावूका कवन . मंग मी समज जावून,
टूरा :- ठिक से माय ,
(टूरा ला मालूम भयेव,का पेसाब ला गाना कसेती,एक
   घन वू मामाक गाव गयोव ना मामाजवळच सोयव
    रातक १० बजे )
टूरा :- मामा मामा गाना गावू ,
मामा:- भाशा ऊगो रव ,यंधाका कोणी गाना गावयेती,
टूरा :- मोठी तलफ आयी मामा रयशान नही होय,
माना:- गाना गावसेस त गाव भाशा , पर मोर कानमाच
           गाव,
टूरा :- मामा जरा कान त मोर जवर कर, मी धिरूलकाच
        गाना गावूसू , तब ०००००००००००

डी पी राहांगडाले 
    गोंदिया,

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