Thursday, July 23, 2020

सावनकी महिमा mahendrakuar patle 19


धरणी नट् से हिरवो रंगमा| प्रेमी झुल् से बारीस संगमा| 
जीत मिल जासे जंगमा| सावनकी महिमा||१||

आव् से बरसाद रातीला| सुट् से सुंगध मातीला|
काम बहू बाईको जातीला| येन् श्रावणमा||२||

सण त्योहारकी धुमधाम| सरत नही दिवसभर काम| 
जपसेत सब मुखमा राम| श्रावण महिनामा||३||

करसेत शंकरजीका उपास| भक्तिमा नही कोणी नापास|
लग् से चेतनाको तपास| आपलो अंतर्मनला||४||

जिवती, नागपंचमीको होरा| राखी, मारबत, पोरा| 
तीजा, कण्हेय्याको तोरा| दिससे सावनमा||५||

ठेवो खानपान शाकाहारी| नोको बनो मांसाहारी| 
मन बनावो सदाचारी| सांगसेत शास्त्र पुराण||६||

खेतीमा झुलसेती धान| नववधूका खुलसेती वान|
माहेरमा आवसे जान| टुरी आयेवलक||७||
*********************************
✍महेंद्रकुमार ईश्वरलाल पटले(ऋतुराज), किडंगीपार
ता. १९/०७/२०२०
भ्र. क्रं. ९५५२२५६१८९

No comments:

Post a Comment

कृष्ण अना गोपी

मी बी राधा बन जाऊ बंसी बजय्या, रास रचय्या गोकुलको कन्हैया लाडको नटखट नंदलाल देखो माखनचोर नाव से यको!!१!! मधुर तोरो बंसीकी तान भू...