हिरवो संसार
सजावो आता खेती बाड़ी की धुरा पार,
आयव आता धरती माय को त्योहार ll
भय गयव आता धरती माय को बेटा तैयार,
सजावन खेती बाड़ी की धुरा पार ll
आजु बाजू भय गयी से हिरवो हिरवो संसार,
आय गयव श्रावण मास को त्योहार ll
सज गयी से आता मोरी धरती माय,
सब मिलकर देवो वोला सजाय ll
चार चांद देवो आता लगया,
सुंदर सुंदर झाड़ लगाय ll
लगन लगी आता झुला की बहार,
सजन लग्या पशू पक्षी का संसार ll
होय जावो सब पोवार तैयार,
आय गयव श्रावण को त्योहार ll
भोले नाथ ला नमावो बार बार,
होय जाये पोवारी को कूल उद्धार ll
श्रावण मास को से पोवारी संस्कृति लक नाता,
गीत गांवो पोवारी का आता ll
सजावो दरबार भोले भंडारी को आता,
भोलेनाथ से सबको दाता ll
प्रा.डॉ.हरगोविंद चिखलु टेंभरे
मु.पो.दासगाँव ता.जि.गोंदिया
मो९६७३१७८४२४
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