संस्कार
संस्कारकी व्याख्या करण बसेव संस्कार योकाहाय
गुण को गुणाकार ना दोषको भागाकार असो आय
मोठइनकी गुण को गुणाकार करो त बऴत जासेती
दोष को तुमी करो भागाकार लाच संस्कार कसेती
आपल मायबाप को आचरण, गुरु बचन पर ध्यान
ओकीच पऴसे छाप,उच संस्कार ओकोच से मान
गर्भ संस्कार बाल उपनयन असा संस्कार सेती
धार्मिक,सामजीक कौटुम्बीक संस्कारभी रवसेती
जसो मातीला गिलावा देयशान आकार देसे कुंभार
तसीच कोरी पाटी संतानकी चांगला देवो संस्कार
गर्भकी छाया,मायबापकी माया ना गुरुको आशीर्वाद
संतान होय हुशार सदाचारी कुलवंत धनीक नीर्वीवाद
अभीमन्यूला भएव गर्भ संस्कार चक्रव्यूव भेदनको
धृव ला भयेव बाल संस्कार विष्णु नाव जपनको
वाल्याला भएव उपनयनसंस्कार सोऴीस माया सारी
साधुसंत लका आध्यात्मिक संस्कार से सबपर भारी
चांगलो समाज का चांगला संस्कार नाव मोठो करो
माया जाल लका निकलशानी गुरु का चरण धरो
डी पी राहांगडाले
गोंदिया
९०२१८९६५४०
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