Friday, July 10, 2020

श्रावण महीना D.P.Rahangdale

           श्रावण महीना

श्रावण  महीना खुशीसे मनमा आसपास हीरवोगार
घऴीभर मोठी तपन लगसे घऴीमा पाणी थंडोगार

वरत्या  देखो इन्द्र धनूस से ज़सो गोफ गुफीसे दुहेरी 
जसी तोरन बंधीसे वरत्या आकाशमा लटकीसे दोरी

घऴीमा होसे अंधारो दिससे जसो दिवस बुऴजासे
धऴीभरमा तपन निंघसे त दिवस वर त्या  दिससे

कावऴ कावऴया काहाऴशानी कसेत हर महादेव
कोणी मंदीर पुजा करसेत कसेत मोला सुखी ठेव

थंडीथंडी हवा चलीसे मनमा भई खुशी भारी
खेतमा जासे खार खंदसे परा लगावसे नारी

जितऊत हीरवोहीरवो जसो हीरवो शालु आंगपरा
भक्त भक्तिमा त-लीन होसे कर वीठ्ल जयकारा

डी पी राहांगडाले 
     गोंदिया

No comments:

Post a Comment

कृष्ण अना गोपी

मी बी राधा बन जाऊ बंसी बजय्या, रास रचय्या गोकुलको कन्हैया लाडको नटखट नंदलाल देखो माखनचोर नाव से यको!!१!! मधुर तोरो बंसीकी तान भू...