अखाडी
(चाल-प्रीतीचं झुळ झुळ पाणी )
पोवारइनको पयलो सन अखाडी
आषाढ शुक्ल पक्ष को घडी
त्योहार की सुरुवात से अखाडी
साथमा रिमझिम बरसात की झडी ll1ll
मनावं सेत सर्व वेदव्यास को जन्म पर्व
अलग खंड मा बाटीस ऋग यजु साम अथर्व
व्यास पौर्णिमा कसेती सब हर्व गर्व
रामायण महाभारत पासून गुरू महत्वपूर्व
अंगठा कापस्यानी एकलव्य न देइस गुरू पर्वणी बडीll2ll
पयली गुरू माय वंदन वोको चरण मां
दुजो गुरुजी से भविष्य घडावन मां
येनं दिन टूरा जासेती शाळा मां
करसेती पाटी पूजा नमन गुरू चरण मां
गुरू सें आपलो ज्ञान को भंडार की कडीll3ll
सडा-सारवन कर सेती बहू नवी- नवती
बुड्या- भज्या पानबडा भाजी थाल सजावंसेती
नारीयल हल्दी-कुमकुम उदबत्ती
माता माय ला पूजकर प्रसाद बाटसेती
मोठोइनकोआशीर्वाद लेनकी परंपरा से बडीll4ll
शारदा चौधरी
भंडारा
No comments:
Post a Comment