Monday, July 13, 2020

संस्कार varsha patle rahangdale 18



     संस्कार

माय  तोरा संस्कार करीन मोला गुणी
तोरो ममता को  रहु मी सदैव ऋणी।।

लहानपण की वा थापड तोरी 
आबबी से मोरो ध्यान मा कायम
वोको बादमा माय तोरा शब्द
कान मा पड्या होता मुलायम।।

संस्कार की शिदोरी तु आमला देयेस
खरो खोटो की समज मनमा भरेस
आई होती गरीबी घरमा तरी माय
स्वाभिमान आपलो नही सोडेस।।

आपलो घरकी होतीस तू मोठी बहु 
बहुत गरीबी देखेस माय तून घरमा
कभी कभी चाऊर को कण नही रव्हत होतो
पोटखोली को खालत्या को भदाडमा।।

शेन पुंजा बाहार,बोहोर अना सयपाक पाणी
कसी सांगु माय तोरो कष्ट की मी कहाणी
आबबी याद आया  वय दिवस म्हणजे
मोरो डोरा मा भरके आवसे बडो पाणी।।

माय घरका तोरा संस्कार जपेस तू 
घरकी बात कभी बाहेर नही काहाळेस तू
वयच संस्कार धरके मी बी आब सेव
जसो बालशिक्षण देयेस तून मोला तू
सौ.वर्षा पटले रहांगडाले
बिरसी आमगांव

No comments:

Post a Comment

कृष्ण अना गोपी

मी बी राधा बन जाऊ बंसी बजय्या, रास रचय्या गोकुलको कन्हैया लाडको नटखट नंदलाल देखो माखनचोर नाव से यको!!१!! मधुर तोरो बंसीकी तान भू...