भजन
कान्हा तोरो गोकुळ मा
ग्वाला तोरा साथी रे
माता यशोदा तोरी
देसे दही दुध लोणी रे।।ध्रुव।।
गोपी तोरी सखी सेती
राधा प्रित बावरी रे
मधूर संगीत कान्हा
देसे तोरी बासरी रे।।१।।
वासुदेव बाप तोरो
माता तोरी देवकी रे
पापी तोरो कंस मामा
सजा देईस जेलकी रे।।२।।
सावळो तोरो रूप
मनला आवसे हुरूप रे
कान्हा तोरोच भक्तीमा
भया आम्ही सहरूप रे।।३।।
सौ.वर्षा पटले रहांगडाले
बिरसी आमगांव
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