खऱ्यानला सरावो
शेन पानी लका
चवूक पुरो
पीठलका
सुंदर
मोका
से
खेतको सोनो धान
खऱ्यान मा फोको
दावन जुपो
बईल को
जोडीला
हाको
गा
चुरनो करसे गा
बंधुराया मोरो
भौजी आन गा
शिदोरीला
पावगा
हरी
तु
सुख दुःख का धागा
गुफके बिंदीन
श्रम की जागा
भगवान
जोडगा
मन
तु
खंडी खंडी पीकेव
कठान कोला गा
पावन भयी
धरणी गा
हासत
देगा
तु
✍सौ.वर्षा पटले रहांगडाले
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