हिन्दु लोकईन क् प्रमुख त्योहार माल् एक त्योहार से दसरा. तसा त् हिन्दु इनका अनेक त्योहार सेती पर दसरा बहुत महत्वपूर्ण से. दिवारी क् बाद मा येव एक असो त्योहार से जो पूरो देश मा मनायो जासे. दसरा क् दिवस ला शुभ भी मान्यो जासे. गुढीपाडवा, अक्षय तृतीया अना दसरा ये तीन शुभ मुहूर्त मान्या गया सेती.
पुरानो आख्यान पर ध्यान देनो पर येन दिवस देवी दुर्गा न् महिषासुर को वध करी होतीस. तसोच भगवान राम न् रावण को वध करी होतीस वोक् यादगार क् रूप मा येव त्योहार मनायो जासे. दसरा क् पहले नव दिवस देवी दुर्गा को नवरात्र उत्सव रव्हसे. पांडव इनन् बी अज्ञातवास क् बाद मा आपला शस्त्र शमी क् झाड परल् दसरा क् दिवसच् काहाडी होतीन.
दसरा क् दिवस मुख्य रूपल् दिवस बुडता गाव को बाहेर रावण को वध क-यो जासे. येला उत्सव क् रूप मा मनायेव जासे. येन दिवस सीमोल्लंघन (आपल् गाव की सीमा क् बाहेर जानो) को बी महत्व से. निलकंठ पक्षी को दिसनो येन दिवस शुभ माने जासे. दिवस बुडता आपटा का पाना सोनो क् रूप मा एक दुसरो ला देयस्यारी येव त्योहार मनायो जासे. काही काही गाव भसी बी खेलाई जासेत. असो प्रकार ल् येव त्योहार हर्षोल्लास ल् मनायो जासे.
पोवार समाज मा बी येव त्योहार आनंदपूर्वक मनायो जासे. येन दिवस पोवार समाज मा घर का सब औजार जसो- टंग्या, बसला, कुदरी, पावडा, इरा, पावशी इनला धोयस्यार साफ करसेती. तसोच सायकल, मोटर सायकल, कार ला धोवसोती. तथा सबकी पूजा करसेती.
दसरा क् दिवस पोवार समाज मा दिवस बुडता (राती) विशेष व्यंजन बनायो जासे. वोला *मयरी* कसेती. मयरी खिचडी वानीच् बनायी जासे पर वोको मा दही टाकस्यारी खट्टी बनावसेती. मयरी संग कोचई क् पान की बडी बी बनावसेती. दिवस बुडता मयरी ना बडी की पूजा करसेती. वोक् बाद मा आरती करस्यारी घर का सब लोग मयरी ना बडी खासेती. तसोच मयरी क् पूजा क् बाद एक दूसरो ला सोनो क् प्रतिक क् रूप मा आपटा का पाना देसेती. सब लोग आपल् दून मोठो इनका पाय लगकर आशिर्वाद लेसेती. तसोच दसरा ला पीठ का दस दिवा बनायकर घर क् सब दरवाजो इनपर तसोच फाटक अना चवरीपर मडावसेती.
असो प्रकार ल् दसरा को त्योहार पोवार समाज तसोच हिन्दु लोक हर्षोल्लास ल् मनावसेती.
चिरंजीव बिसेन
परमात्मा एक नगर, गोंदिया.
विजयादशमी, दि. २५.१०.२०२०
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