महाकाव्य रामायण का नायक
अवधपति दशरथ नंदन श्रीराम,
सब घट वासी, अचल अविनाशी,
कौशल्या का प्यारा, परम सुखधाम.
मिथिलेश कुमारी,जानकी सीता
जनकराज पिता, सुनयना माता,
बिह्या भयेव राम संग सीता को
तब राम संग अयोध्या आई सीता.
कैकयी क् वरदान क् कारण
लक्ष्मण, सीता संग बन मा गया राम,
चित्रकूट, पंचवटी मा करके निवास
पावन बनाईन वोय पवित्र धाम.
पंचवटी लक सीता को भयेव हरण
विमान ल् लंका लेकर गयेव रावण,
राम न् यहॉ वहॉ करीस खोज सीता की
हनुमान न् लंका मा खोज करीस
सीता की.
वानर सेना संग राम न् चढाई करीस लंकापर
जितीस लंका राक्षस सेना संग रावण ला मार,
लंका विजय क् बाद, अयोध्या आया राम,
संग लक्ष्मण ना परम प्रिय सीता सुखधाम.
आपल् व्यवहार क् कारण
जग मा अमर सेती सीताराम,
दुय युग बीत गया तब बी
घर घर मा विराजसेती सीताराम.
- चिरंजीव बिसेन
गोंदिया.
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