वसंत ऋतू सृजन अना आकर्षण को ऋतू आय। फ़रवरी ते ऐफ्रिल तक चलनेवालो योव ऋतू राजा ऋतू आय।यन ऋतू ला भगवान क्रिष्ण भी कहे जासे। निसर्ग मा मनमोहक सुंदरता,हरा भरा फूल फल यन ऋतू की विशेषता आय।
वसंत ऋतू की सुरवात गुलाबी थंडी पासून होसे यन ऋतू मा प्रणय क्रिडा को आकर्षण प्राणी,पक्षी अना वनस्पति मा दिससे म्हणूण यन ऋतू ला कामदेव को पुत्र कहे जासे।
वसंत ऋतू को पहले पंचमी बहूत विशेषता पूर्ण से। वसंत पंचमी ला मा शारदा को जन्म दिवस मनाया जासे,वाग्देवी यन दिवस प्रगट होयकन पूरो सृष्टि मा सृजन शक्ति को संचार करसे।
वसंत पंचमी ला महाराजा भोज को जन्म दिवस को रुप मा मनायोव जासे।तसोच महाराष्ट्र पंढरपुर मा यन दिवस विठ्ठल रुक्मिणी को बाह्या लगायोव जासे।
वसंत ऋतू मा चैत्र नवरात्र की भी सुरवात होसे,होली शिवरात्रि सारखा महत्त्वपूर्ण त्योहार यन ऋतू राज मा मनाया जासे।
यन प्रकार वसंत ऋतू सुंगार,सृजन अना आकर्षण बरोबर भक्ति भाव लका मनायोव जासे।
शेषराव वासुदेव येलेकर
दि। १२/०२/२१
No comments:
Post a Comment